एक दिन पहले ही जहां भारत में लोगों के चेहरे इस खुशी से खिल उठे थे कि भारत की पहलवान स्टार विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक के फिनाले में अपनी जगह बना ली है। तो वहीं रातों-रात भारतीयों के चेहरे से ये खुशी गायब हो गई। दरअसल, पेरिस ओलंपिक से भारत के लिए दिल टूटने वाली खबर सामने आई, जिसके मुताबिक पहलवान विनेश फोगाट को ओलंपिक गेम्स से डिस्क्वालिफाई कर दिया गया है। इसके पीछे का कारण उनके वजन में 100 ग्राम की बढ़ोत्तरी को बताया गया।
सिर्फ 100 ग्राम ने तोड़ा ओलंपिक का सपना
आपको बता दें कि विनेश फोगाट कुश्ती के 50 किलोग्राम वर्ग के फाइनल राउंड में अमेरिका की सारा एन हिल्डेब्रांट के खिलाफ खेलने वाली थीं। लेकिन उससे पहले ही उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा निकला, और इसी के चलते उन्हें अयोग्य घोषित कर इवेंट से बाहर कर दिया गया। जिसका साफ मतलब है कि विनेश फोगाट अब ओलंपिक में फाइनल मैच नहीं खेल पाएंगी। लेकिन आपको जानकारी के लिए बता दें कि ये कोई पहली बार नहीं है जब विनेश फोगाट को ज्यादा वजन की वजह से ऐसी दिक्कत का सामना करना पड़ा हो, इससे पहले भी करीब 8 साल पहले उन्हें ज्यादा वजन के चलते अयोग्य घोषित कर टूर्नामेंट से बाहर किया जा चुका है।
दरअसल, ये बात है साल 2016 की, जब विनेश फोगाट मंगोलिया के उलानबटार में वर्ल्ड ओलंपिक क्वालीफाइंग इवेंट के दौरान अपने वजन वर्ग से 400 ग्राम ज्यादा पाई गई थीं। इस टूर्नामेंट में विनेश को केवल 400 ग्राम ज्यादा वजन होने के चलते बाहर कर दिया गया था। इससे ये बात जाहिर होती है कि विनेश फोगाट पहले भी इस तरह की गलती का सामना कर चुकी हैं।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि ओलंपिक में कुश्ती के जितने भी खिलाड़ी होते हैं, उन सभी का मैच से पहले वजन किया जाता है। वहीं अगर दो रेसलर दो दिन बाउट लड़ते हैं तो दोनों ही दिन उनका मैच से पहले वजन तोला जाता है। जरूरी बात ये है कि इस वजन के दौरान पहलवानों को केवल सिंगलेट पहनने की इजाजत होती है। इसके अलावा उनके शरीर पर किसी तरह की जुलरी तक नहीं होती है।
बात करें फ्रीस्टाइल रेसलिंग की.. तो इसमें कई वेट कैटेगरी होती है। जहां पुरुषों की फ्रीस्टाइल में 57, 65, 74, 86, 97, 125 किलोग्राम की कैटेगरी होती हैं। तो वहीं महिलाओं में 50,53, 57, 62, 68, 76 की कैटेगरी शामिल होती हैं। इसके अलावा जो खिलाड़ी वजन माप में भाग नहीं लेता है तो उसे प्रतियोगिता से बाहर कर दिया जाता है।