साइंस प्रेमी तो आपने बहुत देखे होंगे, लेकिन क्या आपने कभी ऐसा साइंस प्रेमी देखा है, जो ना केवल खुद बल्कि औरों को भी विज्ञान का ज्ञान देने के लिए अनोखा कारनामा कर दिखाए, अगर नहीं तो आज हम आपको बताने वाले हैं पंजाब के रहने वाले एक ऐसे साइंस टीचर के बारे में, जिन्होंने पंजाब के घर-घर तक विज्ञान को पहुंचाने का प्रण लिया हुआ है।
पंजाब के पटियाला जिले के रहने वाले जसविंदर सिंह, पेशे से तो एक साइंस टीचर हैं। लेकिन अब वो इसे सोशल वर्क की तरह करने लगे हैं। दरअसल, जसविंदर सिंह के मन में ये ख्याल पहली बार तब आया, जब एक दिन स्कूल में उनकी ड्यूटी साइंस प्रैक्टिकल की परीक्षा लेने के लिए लगी। वहां आए बच्चों ने जसविंदर को बताया कि हमें तो प्रैक्टिकल के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, हमें टीचर ने भी यही कहकर भेजा है कि साइन करके आ जाना है। बच्चों की ये बात सुनने के बाद जसविंदर ने बच्चों को खुदसे प्रैक्टिकल करके दिखाया। जिसे देखकर बच्चों भी कहने लगे कि कुछ और बताओं।
इस घटना ने जसविंदर को एक नई राह दिखाई तो उन्होंने अपनी कार में साइंस लैब चलाने का फैसला किया। वो बीते 11 सालों से पंजाब की सड़कों पर अपनी चलती-फिरती सांइस लैब चला रहे हैं। उन्होंने अपने खुदके खर्च पर अपनी कार को एक साइंस लैब में बदला, जिसे उन्होंने लैब ऑन व्हील्स का नाम दिया। वो इस लैब को पटियाला के अलग-अलग संस्थानों, चौराहों या फिर मंदिर, गुरूद्वारे में जाकर वहां मौजूद लोगों को ग्रहों, चुंबकों और बिजली के बारे में बताते हैं। इसी तरह वो अब तक करीब 1359 एग्जीबिशन लगा चुके हैं। सिर्फ पंजाब ही नहीं बल्कि ये प्रदर्शनियां उन्होंने भारत के लगभग 11 राज्यों में लगाई हैं।
जसविंदर सिंह के मुताबिक वो अब तक इन प्रदर्शनियों के दौरान तकरीबन 7 लाख लोगों से जुड़ चुके हैं। जिन्हें उन्होंने विज्ञान से जोड़ने का काम किया है। उनके इन्हीं प्रयासों का नतीजा है कि वो अपने इन नेक कामों के लिए International Book of Record, शिक्षा रत्न अवार्ड, Pride of Punjab जैसे कई पुरस्कारों से सम्मानित हो चुके हैं।