उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की फ्लीट लखनऊ में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। एयरपोर्ट से लौटते समय एक कुत्ते को बचाने के चक्कर में यह हादसा हो गया। हादसे में पांच पुलिसकर्मियों के साथ–साथ छह आम नागरिक भी घायल हुए हैं। घायलों में बच्चे भी शामिल हैं। कार दुर्घटना पर जेसीपी उपेंद्र कुमार अग्रवाल का बयान आया है। जेसीपी उपेंद्र कुमार ने बताया कि अर्जुनगंज में मरी माता मंदिर के पास सड़क हादसा हुआ है। सुरक्षा में जिला पुलिस की गाड़ियां आगे चलती हैं। डेमो कार के रास्ते में अचानक कुत्ता आ गया।
ज्वाइंट CP लॉ एंड ऑर्डर उपेन्द्र कुमार अग्रवाल ने कहा, “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फ्लीट की सुरक्षा के लिए जिला पुलिस की गाड़ियां चलती है जिसमें इंटरसेप्टर और एंटी डेमो की गाड़ियां चलती हैं। स्थानीय लोगों से पूछताछ में पता चला कि सड़क पर एक कुत्ता आ गया था। इंटरसेप्टर की गाड़ी उसे पार कर गई और पीछे की गाड़ियों को भी सूचित किया गया। लेकिन उसके पीछे एक एंटी-डेमो गाड़ी थी जो इसके कारण असंतुलित हो गई और अन्य गाड़ी से टकरा गई। घटना में 5 पुलिसकर्मी और 6 सिविलियन घायल हुए हैं। उन्हें अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है।”
इस हादसे को लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से भी बयान जारी किया गया है। बयान में बताया गया है कि एंटी डेमो (प्रदर्शन) वाहन स्कॉर्पियो का एक्सीडेंट हुआ है। यह जिला प्रशासन की गाड़ी है जो सीएम रूट पर कोई प्रदर्शन न हो, इसके लिए पहले से ही रवाना हो जाती है। दुर्घटना का सीएम फ्लीट से कोई संबंध नहीं है।
दुर्घटना की खबर मिलते ही राजधानी के कई आलाधिकारी सिविल अस्पताल प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद भी सिविल अस्पताल पहुंचे और डॉक्टरों से घायलों का हाल जाना। सभी घायलों को KGMU और लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। PS होम, डीजीपी प्रशांत कुमार समेत अन्य अधिकारी अस्पताल में घायलों से मिले।