भारतीय बजट का इतिहास यूँ तो बहुत पुराना है। लेकिन इससे जुड़े कई तथ्य हैं जिनके बारे में आज भी कई भारतीय नहीं जानतें। इन्हीं तथ्यों से आज भारतिका पर हम आपको वाकिफ़ कराएंगे। इनमें सबसे पहला सवाल जो लोगों के मन में आता है वो ये कि भारत का पहला बजट कब और किसने पेश किया था। हालांकि काफी लोग इसके जवाब में कहते पाए जाते हैं कि भारत में पहली बार 1947 में वित्तीय विशेषज्ञ आर के शनमुखम चेट्टी ने बजट पेश किया था। जबकि असल मायनों में ये सत्य नहीं है।
क्योंकि भारत का पहला बजट किसी भारतीय ने नहीं बल्कि एक स्कॉटिश व्यक्ति ने पेश किया था। ये बात है साल 1860 की, जब ब्रिटिश सरकार के वित्त मंत्री जेम्स विल्सन ने भारत को पहली बार बजट की राह दिखाई थी। वो ब्रिटिश सरकार ही थी जिसने भारत में केंद्रीय बजट पेश करने की परम्परा शुरू की। हालांकि तबसे लेकर अब तक बजट के नियमों समेत इसे पेश करने के तौर तरीकों में काफी बदलाव किये गए हैं। लेकिन भारतीय इतिहास में स्कॉटिश अर्थशास्त्री विल्सन का नाम हमेशा के लिए जुड़ गया। जेम्स ही वो व्यक्ति थे जिन्होंने भारत में इनकम टैक्स कॉन्सेप्ट पेश किया था। वहीं स्वतंत्र भारत का पहला बजट आजादी के तीन महीनें बाद ही 26 नवंबर 1947 में वित्तीय विशेषज्ञ आर के शनमुखम चेट्टी ने पेश किया था.
इस वित्त वर्ष 2024-25 के लिए निर्मला सीतारमण द्वारा अपना छठां बजट पेश किया गया है। जो कि अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। हालांकि भारत में सबसे ज्यादा बजट पेश करने के लिए पूर्व वित्त मंत्री मोरारजी देसाई को जाना जाता है। वो इकलौते ऐसे केंद्रीय वित्त मंत्री रहे, जिन्होंने 10 बार बतौर फाइनान्स मिनिस्टर भारत का बजट पेश किया था।
इसके अलावा बात करें देश में काला बजट के नाम से प्रसिद्ध 1973 के बजट की तो, इस वर्ष भारत सरकार का राजकोषीय घाटा 550 करोड़ रूपये रहने की वजह से इसे ब्लैक बजट घोषित किया गया था। जो लोग नहीं जानते कि राजकोषीय घाटा किसे कहते हैं उनकी जानकारी के लिए बता दें कि सरकार की कुल आय और उसके द्वारा किए गए कुल व्यय के बीच के अंतर को राजकोषीय घाटा कहा जाता है। वहीं 1997 में भारत का पहला ड्रीम बजट पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने पेश किया था। इस बजट को कई बड़े सुधारों के साथ नए रोडमैप के तौर पर संसद में पेश किया गया था। जिसके चलते इसे तब ड्रीम बजट कहा गया।
निर्मला सीतारमण भारत की पहली केंद्रीय महिला वित्त मंत्री है। जिसके चलते कई लोगों को ऐसा लगता है कि वो संसद में बजट पेश करने वाली पहली महिला मंत्री हैं। जबकि आपको बता दें कि संसद में बजट पेश करने वाली पहली महिला मंत्री पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी थी। उनके अलावा प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए जवाहर लाल नेहरू और राजीव गांधी ने भी अपने कार्यकाल के दौरान बजट पेश किया था।