जहां एक ओर आज सुबह ही जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी की ओर से 44 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की गई थी, जो वहीं इसके कुछ देर बाद ही बीजेपी ने अपनी इस लिस्ट को वापिस ले लिया है। इसके बाद कुछ ही घंटों में भाजपा की ओर से 15 प्रत्याशियों की एक नई लिस्ट जारी की गई। जिनमें पांपोर से भाजपा प्रत्याशी सैयद शौकत गयूर अंद्राबी चुनाव लड़ेंगे।
वहीं राजपोरा से अर्शीद भट्ट, शोपियां से जावेद अहमद कादरी, अनंतनाग पश्चिम से मोहम्मद रफीक वानी, अनंतनाग से अधिवक्ता सैयद वजाहत, श्रीगुफवाड़ा बिजबेहरा से सोफी यूसुफ और शानगुस अनंतनाग पूर्व से वीर सराफ को चुनावी मैदान में उतारा गया है। इसके अलावा इन्दरवल से तारिक कीन, किश्तवाड़ से शगुन परिहार, पाडेर-नागसेनी से सुनील शर्मा, भदरवाह से दलीप सिंह परिहार, डोडा से गजय सिंह राणा, डोडा पश्चिम से शक्ति राज परिहार, रामबाण से राकेश ठाकुर और बनिहाल से सलीम भट्ट भाजपा की ओर से विधानसभा चुनाव लड़ने वाले हैं।
नई लिस्ट आने के बाद भी लोगों के मन में ये सवाल बना हुआ है कि आखिर भाजपा की ओर से अचानक अपनी पहली लिस्ट जारी करने के बाद वापिस क्यों ली गई, तो आपको बता दें कि बीजेपी ने अपनी लिस्ट में तीनों चरणों के मतदान वाली सीटों पर उम्मीदवारों के नाम जारी किए थे। जिसके मुताबिक पहले चरण में 15, दूसरे चरण में 10 और तीसरे चरण में 19 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की गई थी। इन सभी 44 प्रत्याशियों को पांपोर, राजपोरा, शोपियां, अनन्तनाग पश्चिम, अनन्तनाग, श्रीगुफवाड़ा बिजबेहरा आदि क्षेत्रों से टिकट दिया गया था। लेकिन बाद में इस लिस्ट को रिवाइज किया गया और केवल 15 प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर उनकी लिस्ट जारी की गई।
जाहिर है कि इस बार पूरे देश की नजरे जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनावों पर टिकी हुई हैं। इस बार जम्मू-कश्मीर के चुनाव में दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलने वाला है। क्योंकि जहां बीजेपी बिना गठबंधन के सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने वाली है, तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ अपने गठबंधन का ऐलान कर दिया है। जबकि महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी भी भाजपा की ही तरह अकेले मैदान में उतर रही है। और तो और ये पहली बार होगा जब जम्मू-कश्मीर में आम आदमी पार्टी भी चुनाव के मैदान में अपनी किस्तम आजमाने उतर रही है।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में साल 2014 में आखिरी बार विधानसभा चुनाव हुए थे। क्योंकि तब यह राज्य केंद्र शासित प्रदेश नहीं था, वहीं उसके बाद से करीब 10 साल बाद जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। 2014 के चुनाव में पीडीपी ने 28 सीटों पर, जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 15 सीटों पर, कांग्रेस ने 12 सीटों और भारतीय जनता पार्टी ने 25 सीटों पर अपनी जीत दर्ज की थी। लेकिन बाद में बहुमत का आंकड़ा छूने के लिए पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) और भाजपा ने मिलकर सरकार बनाई थी।
आपको बता दें कि कुल 90 विधानसभा सीटों वाले जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में चुनाव होने तय किए गए हैं। जहां पहले चरण की वोटिंग 24 सीटों पर 18 सितंबर को होगी। वहीं इसके लिए नामांकन की आखिरी तारीख 27 अगस्त तय की गई है। वहीं दूसरे चरण की वोटिंग एक अक्टूबर को 26 सीटों के लिए होगी, जबकि सबसे ज्यादा 40 सीटों के लिए तीसरे चरण में 1 अक्टूबर को मतदान किए जाएंगे। वहीं इन मतों की गिनती 4 अक्टूबर को होगी।