कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुरेश पचौरी ने शनिवार, 9 मार्च को भारतीय जनता पार्टी में शामिल होकर सभी को हैरान कर दिया है। आपको बता दें कि कांग्रेस की सरकार में उन्होंने कई मंत्रालयों में केंद्रीय राज्य मंत्री का कारभार संभाला था। वो लगातार एक या दो नहीं बल्कि चार बार राज्यसभा सांसद भी रहे हैं।
बात करें उनके राजनीतिक सफर की, तो सुरेश पचौरी ने 1972 में युवा कांग्रेस कार्यकर्ता के तौर पर अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत की थी। वो 1984 में राज्य युवा कांग्रेस के अध्यक्ष बने। इसी साल उन्हें राज्यसभा के लिए भी चुना गया। वहीं इसके बाद उन्हें 1990, 1996 और साल 2002 में भी राज्यसभा के लिए चयनित किया गया। बात करें राजनीतिक पदों पर रहते हुए उनकी जिम्मेदारियों की, तो सुरेश पचौरी ने केंद्रीय राज्य मंत्री के पद पर रहते हुए सार्वजनिक शिकायत, रक्षा, कार्मिक, और पेंशन के साथ ही संसदीय मामलों का कारभार संभाला।
आपको बता दें कि उन्होंने अपने पूरे राजनीतिक करियर के दौरान केवल दो बार ही चुनाव लड़ा और दोनों ही बार उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। अब जब वो कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं। तो मध्य प्रदेश से बीजेपी अध्यक्ष वी.डी. शर्मा ने उनके बारे कहा कि पचौरी मध्यप्रदेश में कांग्रेस राजनीति के संत रहे हैं। इसलिए ऐसे व्यक्ति का कांग्रेस में कोई स्थान नहीं है। सुरेश पचौरी को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कुछ काम करने की जरूरत है इसलिए उन्होंने ये फैसला किया।
खास बात ये है कि मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल स्थित बीजेपी दफ्तर में सुरेश पचौरी का भव्य स्वागत किया। गौरतलब है कि सुरेश पचौरी के साथ बीजेपी में कई और मंत्रियों ने भी शामिल होने का फैसला किया है। जिनमें पूर्व सांसद गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी, पिपरिया से पूर्व विधायक विशाल पटेल, इंदौर से पूर्व विधायक संजय शुक्ला, अर्जुन पालिया और एनएसयूआई के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अतुल शर्मा शामिल हैं।