बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान ने अपने 35 साल के शानदार करियर में कई ऐसी उपलब्धियां हासिल की हैं, जो उन्हें इंडस्ट्री का सबसे बड़ा सुपरस्टार बनाती हैं। टीवी सीरियल से करियर शुरू करने वाले शाहरुख ने एक लंबा सफर तय किया है। लेकिन इस चमचमाती सफलता के पीछे उनका संघर्ष भी कमाल का है।
जहां आज फैंस शाहरुख की अगली बड़ी फिल्म ‘किंग’ का इंतजार कर रहे हैं, वहीं उनके करियर में ऐसी भी कई फिल्में हैं, जो पूरी होने के बावजूद कभी रिलीज़ नहीं हो सकीं। आइए जानते हैं उन फिल्मों के बारे में और यह भी समझते हैं कि आखिर क्यों ये फिल्में अधूरी रह गईं।
किसी से दिल लगाके देखो
‘किसी से दिल लगाके देखो’ शाहरुख खान की एक ऐसी फिल्म थी, जो रिलीज होने के लिए लगभग तैयार थी। शाहरुख खान की इस फिल्म का निर्देशन कल्पतारा ने किया था। फिल्म में उनके साथ आयशा जुल्का और मधु मुख्य भूमिकाओं में थे। इसकी शूटिंग लगभग पूरी हो चुकी थी और इसे 1996 में रिलीज़ होना था। लेकिन अचानक इस प्रोजेक्ट को बंद कर दिया गया। यह फिल्म क्यों रिलीज़ नहीं हो पाई, इसका कारण आज तक किसी को नहीं पता।
रश्क
‘रश्क’ 2001 की एक बड़ी फिल्म थी, यह फिल्म शाहरुख खान, आमिर खान, अमिताभ बच्चन, जूही चावला और ऐश्वर्या राय जैसे बड़े स्टार्स के साथ बनने वाली थी। राजकुमार संतोषी द्वारा निर्देशित इस फिल्म की कहानी बेहद दिलचस्प थी। फिल्म की शूटिंग 2001 में की गई थी, लेकिन कुछ कारणों से इसे रद्द कर दिया था। इसके पीछे का कारण सिर्फ और सिर्फ निर्माता ही जानते हैं।
जाहिर है, ‘ रश्क’ का निर्देशन राजकुमार संतोषी करने वाले थे और इसमें आमिर और शाहरुख मुख्य भूमिका में थे, लेकिन हुआ यह कि फिल्म बनने से पहले ही आमिर खान ने संतोषी को साइनिंग अमाउंट लौटा दिया। अफ़वाहों और पुरानी रिपोर्ट्स के मुताबिक आमिर के फ़िल्म से दूर होने की वजह यह थी कि वे उस रोल को करने में इंटरेस्टेड थे जो उनके सामने शाहरुख़ को ऑफ़र की जा रही थी। इसके अलावा, आमिर चाहते थे कि राजकुमार फ़िल्म का निर्देशन करते समय रश्क के अलावा किसी और प्रोजेक्ट पर काम न करें क्योंकि वे चाहते थे कि उनका पूरा ध्यान एक ही जगह रहे। बाद में यह फिल्म बंद हो गई।
शिखर
‘शिखर’ सुभाष घई का एक मेगा प्रोजेक्ट था, जिसमें शाहरुख खान और जैकी श्रॉफ मुख्य भूमिका में थे। फिल्म का निर्माण 1995 में किया जा रहा था। लेकिन ‘त्रिमूर्ति’ के फ्लॉप होने के कारण यह प्रोजेक्ट बंद हो गया। सुभाष घई ने शिखर’ के न बनने के पीछे की वजह यह बताई कि ‘शिखर’ की पृष्ठभूमि युद्ध पर आधारित थी। उन्होंने इसका मूहूर्त कर लिया था और कुछ गाने भी रिकॉर्ड हो गए थे। हालांकि, ‘त्रिमूर्ति’ की असफलता के बाद बजटीय समस्याओं के वजह से उन्हें फिल्म को बंद करना पड़ा। इसके बाद उन्होंने एक छोटे बजट की फिल्म बनाने के बारे में सोचा और फिल्म ‘परदेस’ बनाई।’
आपको बता दें, सुभाष घई ने फिल्म शिखर की स्क्रिप्ट पर दोबारा गौर किया और उस पर ताल नाम से एक फिल्म बनाई। फिल्म में अक्षय खन्ना और ऐश्वर्या राय ने मुख्य भूमिका निभाई, यह फिल्म 1999 में रिलीज हुई थी।
अहमक
‘अहमक’ को पहले एक टीवी मिनी-सीरीज के रूप में बनाया गया था, लेकिन बाद में इसे 4 घंटे की फिल्म बना दिया गया था। 1999 में शूट की गई ‘अहमक’ सिनेमाघरों में तो रिलीज नहीं हुई, लेकिन कथित तौर पर फिल्म को 2016 में मुंबई फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित किया गया था। मणि कौल द्वारा निर्देशित यह फिल्म कभी भी व्यावसायिक रूप से रिलीज़ नहीं हुई। ‘अहमक’ फ्योदोर दोस्तोवस्की के उपन्यास द इडियट पर आधारित थी।
एक्सट्रीम सिटी
‘एक्सट्रीम सिटी’ एक हॉलीवुड प्रोजेक्ट था, जिसे 2011 में शुरू करने की योजना बनाई गई थी। फिल्म में मुख्य अभिनेताओं के रूप में शाहरुख खान और लियोनार्डो डि कैप्रियो थे। इस फिल्म का निर्देशन अमेरिकी फिल्म निर्माता मार्टिन स्कॉर्सेसी करने वाले थे।
इस फिल्म में शाहरुख अंडरवर्ल्ड गैंगस्टर की भूमिका में थे जबकि डिकैप्रियो न्यूयॉर्क के एक पुलिस अधिकारी का रोल करने वाले थे। हालांकि, यह फिल्म कभी शूट ही नहीं हो पाई। फिल्म निर्देशक पॉल श्रेडर ने बाद में कहा कि इस प्रोजेक्ट को शुरू करने की जिम्मेदारी शाहरुख की थी। लेकिन शाहरुख इंटरनेशनल प्रोजेक्ट में काम करने को लेकर सहज नहीं थे, जहां उनका पूरा कंट्रोल न हो। और यही रीजन था कि हम आज तक शाहरुख को किसी इंटरनेशनल फिल्म प्रोजेक्ट में नहीं देख सके।
हर फिल्म के बंद होने की वजह अलग थी। कहीं प्रोडक्शन हाउस की समस्याएं थीं, तो कहीं क्रिएटिव डिफरेंसेज। शाहरुख खान की ये फिल्में अगर बनतीं, तो शायद इंडस्ट्री में कई नए आयाम स्थापित हो सकते थे। ‘रश्क’ जैसी मल्टीस्टारर फिल्म, ‘शिखर’ जैसे युद्ध पर आधारित प्रोजेक्ट या ‘एक्सट्रीम सिटी’ जैसा ग्लोबल प्रोजेक्ट—इन सभी में शाहरुख के करियर को एक अलग दिशा में ले जाने की संभावना थी। हालांकि, ये प्रोजेक्ट अगर बन जाते, तो शायद शाहरुख खान के करियर का ग्राफ और भी ऊंचा होता।
अगर ये फिल्में रिलीज़ होतीं, तो क्या वे शाहरुख खान के करियर में और भी चार चांद लगा सकती थीं? या आप चाहते हैं कि इनमें से किसी प्रोजेक्ट को फिर से बनाया जाए? इन कहानियों के बारे में आपकी क्या राय है? हमें अपनी राय कमेंट में बताएं।