दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को बीती 21 मार्च की रात को करीब 2 घंटे की पूछताछ के बाद ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। जिसके बाद से जहां एक ओर आम आदमी पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ताओं द्वारा धरना प्रदर्शन किया जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर तमाम विपक्षी दल जमकर बीजेपी पर तंज कस रहे हैं।
इसी कड़ी में लालू यादव की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट जारी कर कहा कि हार के डर से गिरफ्तार ये लाचार मोदी सरकार लोकतंत्र को तार-तार करती आई है और करती रहेगी। इनका जाना एकदम तय है, इसलिए इनमें इतना भय है। तो वहीं दूसरी ओर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने भी सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट जारी कर कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की गिरफ़्तारी से ये साफ ज़ाहिर होता है कि लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव लड़ने की बजाय बीजेपी जांच एजेंसियों और अन्य संवैधानिक संस्थानों की मदद से चुनाव लड़ना चाहती है। हम सभी मज़बूती से दिल्ली के लोगों की अति लोकप्रिय सरकार के साथ हमेशा खड़े हैं और जैसा कि हम सब ने पटना व मुंबई से खुल कर ऐलान जारी कर कहा था कि हम डरने वाले लोगों में से नहीं बल्कि लड़ कर जीतने वाले लोगों में से हैं।
इसके अलावा दिल्ली में केजरीवाल सरकार को मजबूत करने वाले समाजसेवी अन्ना हजारे का इस बीच एक बड़ा बयान सामने आया है उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने कभी भी मेरी बात नहीं मानी। मैंने पहले ही कहा था कि शराब पॉलिसी दिल्ली में लागू नहीं होनी चाहिए। लेकिन उसने मेरी बात नहीं मानी। ऐसे में अन्ना हजारे ने कहा कि केजरीवाल की गिरफ्तारी का मुझे कोई दुख नहीं है। शराब पॉलिसी लाना गलत था। अन्ना ने कहा कि शराब पॉलिसी जब बनाई गई थी तब मैंने केजरीवाल को पत्र लिखा था।
अन्ना हजार के अलावा दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी मार्लेना ने कहा कि लोकसभा चुनाव की घोषणा के तुरंत बाद केजरीवाल की गिरफ्तारी से यह पता चलता है कि मोदी सरकार उनसे डर गई है। उन्होंने इस गिरफ्तारी को लोकतंत्र की हत्या बताया। आतिशी ने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी बीजेपी के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगी, इसके खिलाफ हम सड़कों पर उतरेंगे। तो वहीं दूसरी ओर मंत्री गोपाल राय ने कहा कि आम आदमी पार्टी अपने राष्ट्रीय संयोजक की गिरफ्तारी के विरोध में आज दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय का घेराव करेगी।