25 जून 2024.. पश्चिम बंगाल के कूचबिहार में एक महिला अपने खेतों में काम करने जा रही थी। कि उसे कुछ लोगों ने रोका और उसकी जमकर पिटाई की। बात यहां तक नहीं रूकी आरोपियों ने महिला को निर्वस्त्र किया और फिर उसके साथ बर्बरता भी की। इतने से भी मन नहीं भरा तो आरोपिी महिला को निर्वस्त्र अवस्था में ही उसके बालों से घसीटते हुए उसी के घर तक ले आए। ये एक ऐसी वारदात थी, जिसे सोचने भर से भी किसी की रूह कांप जाए। लेकिन पश्चिम बंगाल में हुई इस वारदात की खबर ना तो किसी न्यूज चैनल पर देखने को मिली, और ना किसी अखबार में।
लेकिन क्यों? इसका जवाब शायद आप खुद दे पाएंगे, खबर को आखिर तक पढ़ने के बाद। लेकिन इससे पहले आपके मन में ये सवाल जरूर होगा कि आखिर ये महिला कौन हैं और ये घटना क्यों घटी?
दरअसल, महिला का नाम रोसोनारा खातून बताया जा रहा है। जो कि भाजपा महिला मोर्चा की सदस्य हैं। जबकि आरोपी तृणमूल कांग्रेस के सदस्य बताए जा रहे हैं। खबर के मुताबिक, तृणमूल कांग्रेस के सदस्य व इस घटना के मुख्य आरोपित शफीकुल मियां और मोहम्मद अली को रोसोनारा का भाजपा को समर्थन देना बर्दाश्त नहीं था। क्योंकि रोसोनारा एक मुस्लिम महिला हैं, जिसके चलते उनका भाजपा को समर्थन देना टीएमसी के कार्यकर्ताओं को रास नहीं आया। और अपना गुस्सा निकालने के लिए शफीकुल मियां और मोहम्मद अली ने अपने साथियों के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया।
घटना के बाद रोसोनारा खातून और उनके परिवार पर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज ना कराने का भी दबाव बनाया गया था। लेकिन जब रोसोनारा की हालत ज्यादा बिगड़ी तो उनके परिवार ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। पीड़ित महिला के परिजनों ने मामले की शिकायत राज्य पुलिस के डीजी से भी की।जिसके बाद पुलिस ने परिवार की शिकायत के आधार पर 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। गुरूवार को चारों आरोपियों को कोर्ट में भी पेश किया गया। जहां मुख्य आरोपित शफीकुल मियां और मोहम्मद अली को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया तो वहीं दो अन्य आरोपियों को जमानत दे दी गई है। इसके अलावा पुलिस मामले से जुड़े बाकी आरोपियों की जांच में जुटी हुई है।
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 के परिणामों के बाद से ही कूचबिहार में लगातार हिंसा की घटनाएं देखने और सुनने को मिल रही हैं। राज्य में ये इस तरह की कोई पहली घटना नहीं है, लेकिन कई वारदातों को इस कद्र दबा दिया जाता है कि वो पुलिस थाने पहुंचने से पहले ही दम तोड़ देती हैं। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि ममता बनर्जी की सरकार में तोलबाजों के लिए पहले से सुर्खियों में रहा पश्चिम बंगाल अब अपराधियों का भी गढ़ बनता जा रहा है।
मामले को लेकर कई भाजपा कार्यकर्ताओं के बयान भी सामने आए हैं। भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल के राष्ट्रीय संयोजक अमित मालवीय ने घटना के बारे में बताते हुए अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा कि पश्चिम बंगाल के कूचबिहार में भाजपा का समर्थन करने पर एक मुस्लिम महिला को निर्वस्त्र कर पीटा गया। घटना कूचबिहार जिले के माथाभांगा विधानसभा के रामथेंगा बाजार में घटी। भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा की सदस्य रोसोनारा खातून को बाल पकड़कर खींचा गया और उसपर गंभीर रूप से शारीरिक हमला किया गया।
इस क्रूर घटना ने मुस्लिम समुदाय को झकझोर कर रख दिया है। चुनाव नतीजों की घोषणा के बाद से वह दहशत में थीं और अपना घर छोड़ने से कतरा रही थीं। फिलहाल वह अस्पताल में भर्ती हैं। उन्होंने आगे लिखा कि बंगाल के हर गांव में एक #संदेशखाली है। इस घटना से व्यापक आक्रोश फैल गया है और न्याय की मांग की जा रही है। ममता बनर्जी के नेतृत्व में राजनीतिक हिंसा और महिलाओं की सुरक्षा एक बड़ी चिंता बनी हुई है।
वहीं दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस ने इन आरोपों से इंकार किया है। पार्टी के जिला अध्यक्ष गिरींद्रनाथ बर्मन ने कहा कि यह घटना पारिवारिक विवाद के कारण हुई है। तृणमूल का कोई भी व्यक्ति इससे जुड़ा नहीं है।