भारत और आयरलैंड के बीच व्यापार, निवेश, उद्यमिता और नवाचार के संबंधों को बढ़ावा देने के एक महत्वपूर्ण प्रयास के तहत, माननीय उप-प्रधानमंत्री और विदेश एवं व्यापार मंत्री, साइमन हैरिस द्वारा हाल ही में एक उच्च-स्तरीय आयरलैंड-भारत आर्थिक सलाहकार पैनल का शुभारंभ किया गया। इस सलाहकार पैनल में आयरलैंड से जुड़े कुछ सबसे प्रतिष्ठित भारतीय व्यापारिक नेता शामिल हैं, जिनमें टाटा ट्रस्ट्स, ट्रेंट और टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष नोएल टाटा, टाटा इंटरनेशनल के प्रबंध निदेशक, बायोकॉन की सीईओ किरण मजूमदार शॉ, टेक महिंद्रा के सीईओ मोहित जोशी, वॉकहार्ट के प्रबंध निदेशक मुर्तजा खोराकीवाला और इनविकारा एवं ट्विनइट के सह-संस्थापक और चेन्नई में आयरलैंड के मानद वाणिज्य दूत राजीव मेचेरी तथा संबंधित आयरिश विभागों और एजेंसियों के वरिष्ठ प्रतिनिधि शामिल हैं।

2. 4 सितंबर 2025 को आर्थिक सलाहकार पैनल के सार्वजनिक शुभारंभ के अवसर पर एक विशेष पैनल चर्चा आयोजित की गई। अपने उद्घाटन भाषण में, उप प्रधान मंत्री साइमन हैरिस ने भारत और आयरलैंड के बीच अत्यंत मजबूत ऐतिहासिक संबंधों और आर्थिक, सांस्कृतिक तथा लोगों के बीच संबंधों की मजबूती का उल्लेख किया। उन्होंने आगे कहा, “आयरलैंड-भारत संबंधों में मौजूद विशाल और निस्संदेह क्षमता को देखते हुए ही मैंने इस वर्ष की शुरुआत में भारत के साथ अपने द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के लिए एक कार्य योजना सरकार के समक्ष प्रस्तुत की थी। हमारे दोनों देशों के बीच अधिक आर्थिक संबंधों और व्यापार की संभावनाएं बहुत अधिक हैं और मैं दृढ़ संकल्पित हूं कि हम इनका लाभ उठाने के लिए हर अवसर का लाभ उठाएंगे। यह दुनिया भर में आयरिश व्यापार के लिए अवसरों का समर्थन करने हेतु बाजार विविधीकरण पर सरकारी कार्य योजना के कार्यान्वयन के साथ पूरी तरह से संरेखित है।”

3. इस यात्रा के दौरान, आर्थिक सलाहकार पैनल में शामिल भारतीय व्यापार जगत के नेताओं ने आयरलैंड के माननीय प्रधान मंत्री, उप प्रधान मंत्री, लोक व्यय, अवसंरचना, लोक सेवा सुधार और डिजिटलीकरण मंत्री से मुलाकात की और राज्य मंत्री नील रिचमंड द्वारा आयोजित व्यापार गोलमेज बैठक में भी भाग लिया। ऐतिहासिक ट्रिनिटी कॉलेज डबलिन की अध्यक्ष ने अतिथि भारतीय गणमान्य व्यक्तियों के सम्मान में अपने आवास पर एक निजी रात्रिभोज का आयोजन किया।

4. आर्थिक सलाहकार पैनल के गठन की पहल का स्वागत करते हुए, आयरलैंड में भारत के राजदूत, महामहिम श्री अखिलेश मिश्र ने भारत-आयरलैंड के बीच स्वतंत्रता संग्राम के समय से चले आ रहे सहयोग और सद्भावनापूर्ण मैत्री को याद किया और दोनों देशों की एशिया और यूरोप के जीवंत लोकतांत्रिक गणतांत्रिक व्यवस्थाओं और सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं के बीच परामर्श और सहयोग के स्तर को बढ़ाने तथा विकास के अनुभवों और विचारों को साझा करने के महत्व पर प्रकाश डाला। वर्तमान संदर्भ में, विभिन्न क्षेत्रों में दोनों देशों की पूरक और विशिष्ट क्षमताओं की पहचान करने और B2B साझेदारी के लिए पारस्परिक लाभकारी व्यावसायिक मॉडल बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने विशेष रूप से एग्रीटेक, हेल्थटेक और पर्यावरण के अनुकूल प्रौद्योगिकियों के साथ-साथ व्यावसायिक कौशल में स्टार्टअप और नवाचार को अवसर के महत्वपूर्ण क्षेत्रों के रूप में प्रस्तुत किया।