22 जनवरी आने में अब केवल चंद दिन ही बाकी रह गए हैं। इस बीच भारत के हर कोने में त्योहार जैसा माहौल है। अयोध्या में 16 जनवरी से ही प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान की शुरूआत हो चुकी है। इस बीच बीते गुरूवार को रामलला की मूर्ति को गर्भगृह में बने आसन पर खड़ा किया गया था. जिसके बाद से ही उनकी पहली झलक सोशल मीडिया पर भी वायरल होने लगी। काले पत्थर से बनी श्रीरामलला की मूर्ति में भगवान राम का विहंगम स्वरूप दिखाई दे रहा है।
दरअसल, आसन पर खड़ी मूर्ति की आंखों पर पट्टी बांधी गई थी। वहीं आज रामलला की दो तस्वीरें और सामने आई हैं। जिनमें उनकी आंखों से पट्टी हटा दी गई है। आज सामने आई जिस तस्वीर में रामलला की मूर्ति पर तिलक लगा दिखाई दे रहा है। वो श्रीरामलला का वैदिक मंत्रों के साथ औषधाधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास कराने के बाद की तस्वीर है। बता दें कि रामलला की इस खूबसूरत प्रतिमा को कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगिराज ने तराशा है।
सूत्रों की मानें तो रामलला की मूर्ति को अब गंध वास के लिए सुगंधित जल में रखा जाएगा। जल से निकालने के बाद उन्हें अनाज, फल और घी में रखा जाएगा। बता दें कि 20 जनवरी को वास्तु शांति के बाद श्रीरामलला सिंहासन पर विराजमान होंगे।
जाहिर है कि सोमवार को होने वाली रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में तकरीबन 8 हजार लोगों को न्यौता भेजा गया है। वहीं इस दिन के लिए तैयारियां भी जोर-शोर से की जा रही हैं। 500 वर्षों के इंतज़ार के बाद भगवान राम के अयोध्या आने का जश्न फीका कैसे हो सकता है, भारत के देशवासियों की खुशी बिल्कुल वैसी ही प्रतीत हो रही है, जैसे भगवान राम के वनवास से वापस लौटने पर अयोध्यावासियों की खुशी थी।
आपको बता दें कि आज शाम 7 बजे के बाद से अस्थाई राम मंदिर में दर्शन बंद कर दिए जाएंगे। वहीं प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन भी केवल वहां मौजूद मुख्य अतिथि ही मंदिर में राललला का दर्शन कर सकेंगे। और इसके बाद 23 जनवरी सुबह 7 बजे मंदिर बाकी श्रद्धालुओं के लिए वापस खोल दिया जाएगा।