जहां एक ओर लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियां जोरों-शोरों पर हैं, तो वहीं दूसरी ओर विपक्षी पार्टियो में उथल-पुथल मची हुई है। कांग्रेस को एक के बाद एक बड़े झटके लग रहे हैं। बीते 24 घंटों में ही कांग्रेस ने अपने तीन बड़े चेहरे खो दिए हैं। जहां बुधवार की दोपहर में अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर ली। तो वहीं शाम होते होते कांग्रेस ने संजय निरूपम को पार्टी से बेदखल कर दिया। इसके बाद गुरूवार की सुबह पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने भी अचानक कांग्रेस का साथ छोड़ दिया।
एक तरफ हरियाणा में विजेंदर सिंह को बड़ा चेहरा माना जाता है, तो वहीं महाराष्ट्र से निरूपम और राजस्थान से गौरव वल्लभ कांग्रेस के बड़े नेताओं के तौर पर अपनी पहचान रखते थे। जिसके चलते चुनाव से पहले तीन बड़े चेहरों का पार्टी से बाहर होना कांग्रेस के लिए बड़ा नुकसान माना जा रहा है। जिस तरह से ओलिंपिक्स पदक विजेता और अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर विजेंदर सिंह ने रातों-रात कांग्रेस छोड़कर भाजपा का हाथ थामा है, वो सभी के लिए चौंका देने वाला था। क्योंकि विजेंदर सिंह ने मंगलवार रात ही कांग्रेस के समर्थन में अपने सोशल मीडिया एकाउंट से पोस्ट किया था, और बुधवार दोपहर उन्होंने भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का ऐलान कर दिया।
ऐसा कहा जा रहा है कि विजेंदर सिंह इस बार के लोकसभा चुनाव में अपने गृह क्षेत्र भिवानी सीट से चुनाव लड़ने का मन बना रहे थे, मगर कांग्रेस उन्हें मथुरा से टिकट देकर हेमा मालिनी के खिलाफ मैदान में उतारने की तैयारी कर रही थी। मगर टिकट का ऐलान होता उससे पहले विजेंद्र ने अपनी पार्टी बदल ली और भाजपा का कमल अपने हाथों में ले लिया। हालांकि बीजेपी पहले ही हरियाणा की सभी सीटों से अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर चुकी है। ऐसे में सूत्रों की मानें तो, बॉक्सर विजेंदर के जरिए बीजेपी जाट वोटर्स को साधने की पूरी कोशिश करने वाली है।
वहीं बात करें महाराष्ट्र में कांग्रेस की, तो यहां कांग्रेस ने खुद ही पार्टी विरोधी बयानबाजी के तहत संजय निरूपम को 6 साल के लिए कांग्रेस से बेदखल कर दिया है, जबकि इस मामले में निरूपम ने अपना बयान जारी करते हुए कहा है कि मैनें खुद पार्टी से इस्तीफा दे दिया है, और मेरे इस्तीफे के बाद ही पार्टी ने सस्पेंड करने का प्रेस नोट जारी किया। बता दें कि निरूपम ने हाल ही में शिवसेना के साथ लोकसभा चुनाव 2024 में सीट बंटवारे को लेकर हुई चर्चा के बीच कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व पर निशाना साधा था। जिसके चलते कांग्रेस ने पहले उन्हें स्टार कैंपनर्स की सूची से बाहर निकाला और फिर पार्टी से बेदखल करने का ऐलान किया।
इसके बाद आज सुबह ही राजस्थान से कांग्रेस सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रहे गौरव वल्लभ ने भी पार्टी को दिशाहीन बताते हुए अपना इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे एक पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने ये साफ किया कि पार्टी छोड़ने का उनका कारण जाति जनगणना है, उन्होंने कहा कि वो सनातनी विरोधी नारे नहीं लगा सकते हैं।
गौरव वल्लभ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि जब मैंने पार्टी जॉइन की थी तब की कांग्रेस और अब की कांग्रेस में जमीन आसमान का अंतर आ गया है। आज कांग्रेस पार्टी जिस दिशाहीन तरीके से आगे बढ़ रही है, उससे मैं सहज महसूस नहीं करता। मैं ना तो सनातन विरोधी नारे लगा सकता हूं और ना ही सुबह-शाम देश के वेल्थ क्रिएटर्स को गाली दे सकता हूं। इसलिए मैं कांग्रेस पार्टी के सभी पदों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।