जहां एक ओर पहले ही कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई बलात्कार और हत्या की घटना ने पूरे देश को हिला कर रखा हुआ है तो वहीं दूसरी ओर अब महाराष्ट्र के ठाणे इलाके के नजदीक बदलापुर से एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक स्कूल में दो मासूम बच्चियों (जिनकी उम्र 3-4 साल है) के साथ बलात्कार जैसे कुकृत्य को अंजाम दिया गया। लेकिन इस बात की जानकारी माता-पिता को तब मिली, जब पीड़ित बच्चियों में से एक ने अपनी मां से प्राइवेट पार्ट में दर्द की शिकायत की। बच्ची की परेशानी सुनकर माता-पिता हैरान हुए और शक होने पर जब बच्ची से पूछा गया तो उसने चौंका देने वाला खुलासा किया।
मासूम बच्ची ने बताया कि दादा(महाराष्ट्र में बड़े भाई के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द) ने पहले उनके कपड़े उतारे थे और फिर प्राइवेट पार्ट को छुआ था। अपनी बच्ची की जुबां से ये बात सुनकर माता-पिता के पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्होंने तुरंत इस बात की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई और बाद में मेडिकल टेस्ट होने पर बलात्कार की पुष्टि की गई।
आपको बता दें कि ये घटना आज से करीब 7 दिन पहले 13 अगस्त की सुबह 9 से 12 बजे के बीच हुई थी। मामला सामने आने के बाद भी पुलिस की ओर से कोई सख्त कार्यवाही नहीं की गई थी। जिसके चलते हजारों लोगों की भीड़ उग्र हो उठी। बीते मंगलवार यानी कि 20 अगस्त को लोगों ने लोकल ट्रेन रोकी और स्कूल में तोड़फोड़ तक की। भीड़ के प्रदर्शन के कारण करीब 10 घंटे तक लोकल ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई। हालांकि देर शाम पुलिस ने लाठीचार्ज कर लोगों को रेलवे ट्रैक से हटाया और बाद में सरकार की ओर से इस केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की बात कही गई।
हैरान करने वाली बात ये है कि बदलापुर थाना की महिला पुलिस निरीक्षक समेत 3 पुलिस कर्मियों ने 12 घंटे तक यौन शोषण का मामला दर्ज नहीं किया और एफआईआर दर्ज करने की बात को टालते रहे। बाद में बच्चियों के माता-पिता ने सामाजिक कार्यकर्ताओं के मदद से मामले में FIR दर्ज कराई। जिसके चलते अब शिकायत दर्ज ना करने वाले तीनों पुलिस कर्मियों को राज्य सरकार ने निलंबित कर दिया गया है।
वहीं घटना के आरोपी आदर्श स्कूल के स्वीपर अक्षय शिंदे(23 वर्ष) 17 अगस्त को मामले में गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि आरोपी अक्षय 1 अगस्त को ही स्कूल में बतौर स्वीपर कॉन्ट्रैक्ट बेस पर नियुक्त किया गया था। फिलहाल मामले में स्कूल प्रबंधन ने प्रिंसिपल, एक क्लास टीचर समेत एक महिला अटेंडेंट को सस्पेंड कर दिया है। लोगों के बढ़त आक्रोश को देखते हुए बदलापुर में इंटरनेट सेवा बंद की गई हैं। वहीं बच्चियों की ओर से केस लड़ने के लिए राज्य सरकार ने उज्जवल निकम को विशेष सरकार वकील बनाया है।