हरियाणा में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन के फैसले को लेकर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है। कभी गठबंधन की खबरें तेज हो जाती है तो कभी आम आदमी पार्टी के नेता इसे साफतौर पर नकार देते हैं। इसी कड़ी में अब आम आदमी पार्टी के नेताओं ने बड़ा ऐलान कर दिया है। जिसे सुनकर अमेरिका के दौरे पर गए राहुल गांधी के गेम प्लैन पर पानी फिरता नजर आ रहा है। दरअसल, आप नेता संजय सिंह ने ये ऐलान करते हुए कहा है कि हरियाणा में आम आदमी पार्टी बिना किसी गठबंधन के अकेले चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है। पार्टी को अब केवल तिहाड़ जेल में बंद अपने मुखिया अरविंद केजरीवाल के सिग्नल का इंतजार है। उनका सिग्नल मिलते ही पार्टी चुनाव कैसे लड़ेगी, ये बात साफ हो जाएगी।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि आज एक प्रेसवार्ता के दौरान जब संजय सिंह से कांग्रेस और आप के गठबंधन को लेकर सवाल पूछा किया तो संजय सिंह ने साफ कहा कि अब हमारे पास समय काफी कम बचा है। नामांकन की तारीख 12 सितंबर है बेहद नजदीक है। और सभी सीटों पर आम आदमी पार्टी की तैयारी पूरी हो चुकी है। बस आलाकमान के फैसले का इंतजार है। जिसके तुरंत बाद ही कैंडिडेट की लिस्ट जारी कर दी जाएगी।
संजय सिंह ने कहा कि हरियाणा में हमारा संगठन काफी मजबूत है। ‘आम आदमी पार्टी की हरियाणा में पूरी तैयारी है. उम्मीदवार घोषित करने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. जैसे ही उन्हें पार्टी के सुप्रीमो से इजाजत मिलती है. आम आदमी पार्टी की सूची जारी कर दी जाएगी. जो लोग संगठन का काम जमीन पर कर रहे हैं, वह लोग अरविंद केजरीवाल से चर्चा करके इस मुद्दे पर आगे बढ़ेंगे। संजय सिंह ने आगे कहा कि हरियाणा में आम आदमी पार्टी की ओऱ से सारा काम संदीप पाठक और सुशील गुप्ता देख रहे हैं, और उनकी पूरी तैयारी है। संजय सिंह के बयान के बाद जहां एक ओर माना जा रहा है कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की स्थिति को लेकर आज का दिन काफी अहम है तो वहीं आपको बता दें कि हरियाणा में कांग्रेस ने अब तक 41 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है।
बाक करें आम आदमी पार्टी की हरियाणा इकाई के प्रमुख सुशील गुप्ता की तो उन्होंने भी अब पार्टी पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। सूत्रों की मानें तो सुशील गुप्ता ने कहा है कि अगर कांग्रेस 5 अक्टूबर को होने वाले चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन को अंतिम रूप नहीं देना चाहती है तो पार्टी आज शाम तक सभी 90 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर देगी। पार्टी ने इसकी पूरी तैयारी भी कर ली है। गुप्ता ने आगे कहा कि हरियाणा में आप का हर कार्यकर्ता सभी 90 विधानसभा सीटों पर मजबूती से चुनाव लड़ने के लिए तैयार है.
अब सवाल यह है कि अब तक इंडिया गठबंधन के तहत साथ-साथ नजर आने वाली आप और कांग्रेस के बीच आखिर पेच कहां फंस रहा है। तो आपको बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनावों में दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन ना होने की बड़ी वजह सीटों की संख्या है। सूत्रों के मुताबिक, जितनी सीटों पर आम आदमी पार्टी चुनाव लड़ना चाहती है उतनी संख्या पर दोनों पार्टियों के बीच सहमति नहीं बन रहा है।
जहां कांग्रेस, हरियाणा में आप को केवल 4-5 सीटें देना चाहती है तो वहीं आम आदमी पार्टी 10 सीटों की मांग पर अड़ी हुई है। राहुल गांधी चाहतें है कि केजरीवाल की पार्टी के साथ मिलकर चुनाव तो लड़ा जाए लेकिन ज्यादा सीटों पर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों को उतारने से वो कतराते नज़र आ रहे हैं। ऐसे में अब देखना यह होगा कि क्या आप और कांग्रेस के बीच बात बनती है या आम आदमी पार्टी सभी 90 सीटों पर हरियाणा में अकेले चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करेगी।