भारत की सबसे कठिन परिक्षाओं में से एक मानी जाने वाली यूपीएससी की परीक्षा पास करना हर भारतीय युवा का सपना होता है। जिसके लिए सालों साल तक लाखों युवा कोचिंग भी लेते हैं। लेकिन कई युवा ऐसे भी हैं जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन के बलबूते पर ये परीक्षा बिना कोचिंग लिए पहली ही बार में पास कर ली। आज भारतिका पर हम आपको एक ऐसी ही युवती के बारे में बताने वाले हैं जिन्होंने यूपीएससी की परीक्षा एक नहीं बल्कि दो बार पास की वो भी बिना कोचिंग लिए।
हम बात कर रहे हैं आईएएस अधिकारी दिव्या तंवर की, जिनका जीवन काफी संघर्ष भरा रहा है। बात करें दिव्या के बचपन की, तो दिव्या तब केवल 8 साल की रही होंगी, जब उन्होंने अपने पिता को खो दिया। हरियाणा के महेंद्रगढ़ में साल 1997 में जन्मीं दिव्या तंवर बचपन से ही काफी होशियार थीं। पिता के गुजर जाने के बाद उन्हें घर में काफी आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा। लेकिन उनकी मां के जज्बे ने कभी भी घर की माली हालत को दिव्या या उनके भाई-बहन की पढ़ाई के आड़े नहीं आने दिया। दिव्या तंवर की मां ने जैसे-तैसे मजदूरी करके अपने तीनों बच्चों को पढ़ा-लिखाकर बड़ा किया।
दिव्या भी पढ़ाई में अच्छी थीं, जिसके चलते उन्होंने कोचिंग में पैसे बर्बाद करने की बजाय सेल्फ स्टडी और इंटरनेट के माध्यम से अपनी पढ़ाई जारी रखी। साल 2021 में दिव्या ने अपनी पहली ही कोशिश में यूपीएससी की परीक्षा में 438 रैंक हासिल की। इसी के साथ वो केवल 21 साल की उम्र में आईपीएस अधिकारी बन गईं। लेकिन दिव्या का सपना आईएएस अधिकारी बनने का था। तो उन्होंने अपना प्रयास जारी रखा और एक बार फिर 2022 की परीक्षा में उन्होंने दूसरी बार बिना कोचिंग लिए यूपीएससी की परीक्षा दी। इस बार अपने दूसरे प्रयास में AIR 105 के साथ दिव्या ने IAS अधिकारी बनकर इतिहास रच दिया।