उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद की रहने वाली 90 वर्षीय कनक सक्सेना ना केवल अपनी उम्र के लोगों के लिए बल्कि युवा वर्ग के लिए भी मिसाल पेश कर रही हैं। क्योंकि उनकी उम्र और उनकी फुर्ती दोनों में ज़मीन आसमान का फर्क साफ नज़र आता है। बात उनकी दिनचर्या की करें, तो वो हर दिन सुबह उठकर सबसे पहले अपने किचन में जाती हैं और अपने परिवार के साथ ही करीब 120 स्ट्रीट डॉग्स के लिए भोजन तैयार करती हैं। उन्हें कुत्तों से इतना लगाव है कि वो एक भी दिन उन्हें खाना देना नहीं भूलतीं।
आपको जानकर हैरानी होगी कि कनक ऑस्टियोपोरोसिस नामक बीमारी से ग्रसित हैं। जिसके चलते उनकी कई बार सर्जरी भी हो चुकी है। बावजूद इन सभी परेशानियों के वो हर दिन पूरे जज़्बे के साथ उठती हैं। और अपने सारे काम खुद करती हैं। कनक का कहना है कि इन कुत्तों को खाना खिलाने से उन्हें सुकून मिलता है। वो खुदमें प्यार और खुशी महसूस करती हैं। हालांकि वो बताती हैं कि उन्हें शुरूआत से ही कुत्तों से लगाव नहीं था। ये तब शुरू हुआ जब उनकी पोती पहली बार एक कुत्ते को अपने घर लेकर आई। इसके बाद दादी कनक का पूरा दिन उस कुत्ते की देखभाल में निकल जाता। वो उसके साथ खेलती भी और उसे खिलाती भी। बस धीरे-धीरे कुत्तों को लेकर ना सिर्फ उनका नजरिया बदला, साथ ही उन्होंने अपनी पोती सना के साथ मिलकर गली के कुत्तों की देखभाल करना भी शुरू किया।
हालांकि कनक सक्सेना की पोती सना को कुत्तों से हमेशा से लगाव रहा है। उनके इसी लगाव ने उन्हें स्ट्रीट डॉग्स के लिए कुछ करने की प्रेरणा दी। लॉकडाउन के समय जब सभी घर में बंद थे तो सना और उनके पिता के मन में कुत्तों की मदद का ख्याल आया।
मार्च, 2020 में सना और उनके पिता ने इस ओर एक कदम बढ़ाते हुए गाज़ियाबाद के वैशाली में सड़क किनारे बैठे कुत्तों को खाना खिलाना शुरू किया। सड़कों पर कुत्तों को खाना खिलाने के लिए भले ही सना और उसके पिता जाया करते थे। मगर घर में हर दिन सुबह उठकर उनके लिए खाना आज भी कनक सक्सेना ही बनाती हैं।
हालांकि कोविड के दौरान ही सना ने अपने पिता को खो दिया। मगर अपने पिता की सिखाई सीख उन्हें हमेशा याद रही और सना ने अपनी दादी के साथ मिलकर इस नेक काम को जारी रखा। 10-20 कुत्तों से शुरू हुआ ये सफर आज 120 कुत्तों तक पहुंच गया है। कनक रोजाना इन कुत्तों के लिए चिकन के साथ 10 किलो चावल बनाती हैं। इंस्टाग्राम पर सना Paws in Puddle के नाम से पेज भी चलाती हैं। जहां वो दादी के जज्बे और अपने काम के जरिए लोगों को प्रेरित भी कर रही हैं।