फोबिया या दुर्भीति, जिसे एक प्रकार का मनोविकार कहा जाता है। अक्सर आपने देखा होगा कि किसी व्यक्ति को ज्यादा ऊंचाई से डर लगता है, तो वहीं किसी को पानी से। लेकिन क्या आपने कभी जानने की कोशिश की है कि आपके किस डर को किस फोबिया के नाम से जाना जाता है। और तो और कहीं आपको इनमें से कोई एक फोबिया तो नहीं है। अगर नहीं मालूम तो चलिए आज भारतिका पर हम आपको बताते हैं।
इसमें सबसे पहला नाम है एगोराफोबिया का, ये एक ऐसा फोबिया है जिसमें लोगों को खुली जगहों, खुले मैदों, बड़े-बड़े पार्कों या फिर बाजार जाने से डर लगता है। अक्सर एगोराफोबिया से पीड़ित लोग घर से अकेले बाहर नहीं निकलना चाहते है। उन्हें अकेले खुली जगहों पर जाने से डर लगता है।
इसके बाद बात करेंगे एक्रोफोबिया की, जिससे पीड़ित लोगों को ऊंचाई से डर लगता है। ऐसे लोग आमतौर पर ऊंची-ऊंची इमारतों, पहाड़ों, या ऊंचे झूलों में जाने से बचते हैं। इतना ही नहीं, ये लोग ऊंची सीढ़ियों पर चढ़ने या किनारे खड़े होने से भी डरा करते हैं।
आपने इंट्रोवर्ट या फिर एक्स्ट्रोवर्ट लोगों के बारे में तो सुना ही होगा। लेकिन क्या आपको मालूम है कि पब्लिक प्लेसेज में बोलने से डरने वाले लोगों को भी एक फोबिया का शिकार माना जाता है। इस फोबिया को ऑक्सीटोसिन फोबिया कहते हैं। इस फोबिया से पीड़ित लोग आमतौर पर बहुत सारे लोगों के बीच अपनी बात कहने से डरते हैं। चाहें वो प्रोफेशनल हो या पर्सनल।
जानवरों से डरने वाले लोग तो आपने बहुत देखें होंगे। और ऐसे लोग शायद आपकी नजर में नॉर्मल हों मगर मेडिकल साइंस की नजर में ऐसे लोगों को जोफोबिया पीड़ित कहा जाता है। जी हां, जानवरों से डरने वाले लोगों को जोफोबिक कहा जाता है। ये लोग सिर्फ कुत्ते, बिल्लियों से ही नहीं बल्कि कई जानवरों से डरते हैं। यहां तक कि इन्हें चिड़ियाघर जाने में भी दिक्कत होती है।
आपने कभी ऐसे लोग जरूर देखें होंगे जिन्हें मकड़ियों से डर लगता है। या फिर ऐसे लोग जो मकड़ियां देखकर या फिर बस उनके बारे में सोचकर भी अजीबों-गरीब रिएक्शन देते हैं, या फिर घबराने लगते हैं। ऐसे लोगों को अरचनोफोबिया से पीड़ित माना जाता है। क्योंकि ये लोग मकड़ी का जाल देखने से भी डर जाता करते हैं।
इसके अलावा क्लॉस्ट्रोफोबिया तो इन सभी फोबिया में सबसे आम और चर्चित हैं। कई फिल्मों में भी इस बीमारी का जिक्र किया गया है। या इससे पीड़ित किरदार दिखाए गए हैं। लेकिन जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि इस फोबिया से पीड़ित लोगों को बंद कमरों, बंद जगहों से डर लगता है। लेकिन ध्यान रहे कि ये फोबिया कुछ लोगों में कम तो कुछ में ज्यादा दिखाई देता है।
एयरोफोबिया, जिसमें लोग हवाई जहाज में बैठने से डरते हैं। हालांकि ये फोबिया एक्रोफोबिया से बिल्कुल अलग है। क्योंकि इससे पीड़ित लोगों को केवल हवाई जहाज में बैठने से ही डर लगता है। ना कि जहाज की ऊंचाई से। ऐसे लोगों को हवाई जहाज के लैंड होने पर या फिर उड़ान भरने पर सबसे ज्यादा डर लगता है।