भारत में ना जाने ऐसे कितने ही मंदिर और धार्मिक स्थल हैं जिनकी प्रसिद्धी विश्व स्तर पर है। विदेशों से लोग भारत केवल इन धार्मिक स्थलों के दर्शन के लिए आते हैं। वहीं इन्हीं में पंजाब स्थित गोल्डन टेंपल भी काफी चर्चित है। लेकिन क्या आपको मालूम है कि स्वर्ण मंदिर की ही तरह भारत के दक्षिण में एक ऐसा मंदिर है, जो करीब 1500 किलो सोने से बना हुआ है। इसे दक्षिण का स्वर्ण मंदिर भी कहा जाता है।
हम बात कर रहे हैं तमिलनाडु में मौजूद महालक्ष्मी स्वर्ण मंदिर की, जिसे श्रीपुरम स्वर्ण मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। तमिलनाडु के वेल्लोर में स्थित इस मंदिर की अद्भुत संरचना और इतिहास काफी लोकप्रिय है। कहा जाता है कि इस स्वर्ण मंदिर का निर्माण साल 2000 में नारायणी अम्मा ने शुरू करवाया था। जिसे बनने में कुल 7 सालों का समय लगा। साल 2007 में इस मंदिर का उद्घाटन किया गया।
इसकी बनावट अद्वितीय है। क्योंकि इस मंदिर के बाहरी हिस्से पर करीब 1500 किलो सोने की परत चढ़ाई गई है। वहीं मंदिर के दोनों हिस्से सोने के पन्नी से कवर किए गए हैं। वहीं मंदिर के गर्भ गृह में महालक्ष्मी माता की एक भव्य मूर्ति भी स्थापित की गई है। इसके अलावा इस मंदिर को ज्यादा आकर्षक बनाने के लिए इसको चारों ओर से हरियाली से घेरा गया है।
जानकारी के लिए बता दें कि मंदिर के प्रवेश द्वार से मुख्य मंदिर की दूरी करीब 1.5 से 2 किलोमीटर है। लेकिन खास बात ये है कि इस दूरी में भी आपको चलते हुए रास्ते में तमाम जड़ी-बूटियां और कई प्रकार के दुर्गम पेड़-पौधे देखने को मिलेंगे। वहीं कई आध्यात्मिक संदेश भी इस दौरान आपको पढ़ने को मिल जाएंगे। ये मंदिर करीब 100 एकड़ में बना हुआ है जिसमें श्रीपुरम आध्यात्मिक पार्क भी स्थित है। जिसके चलते इसकी खूबसूरती और ज्यादा आकर्षक लगती है।