जहां एक ओर केंद्र सरकार द्वारा किसानों को श्री अन्न की खेती करने के लिए लगातार प्रोत्साहित किया जा रहा है। तो वहीं दूसरी ओर सरकार आम जनता को भी लगातार इसके फायदों के बारे में जानकारी दे रही है, ताकि इसके सेवन को भी बढ़ावा दिया जा सके। इसी कड़ी में अब उत्तर प्रदेश सरकार ने भी मोटे अनाज की खेती करने वाले किसानों के लिए एक बड़ा ऐलान कर दिया है। दरअसल, सरकार ने श्री अन्न की सरकारी खरीद के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया है। प्रदेश सरकार ने 1 अक्टूबर 2024 से राज्य के सरकारी केंद्रों पर मोटे अनाज की खरीद शुरू करने का फैसला लिया है। ये खरीद 31 दिसंबर 2024 तक चलेगी।
आपको बता दें कि मोटे अनाजों में शामिल मक्का, जवार और बाजरा की खरीद के लिए इस समय राज्य में किसानों के पंजीकरण एवं नवीनीकरण का कार्य शुरू किया जा चुका है। खाद्य व रसद विभाग के मुताबिक, इसके लिए किसान यूपी किसान मित्र (UP KISAN MITRA) ऐप या फिर आधिकारिक वेबसाइट fcs.up.gov.in पर जाकर अपना पंजीकरण या नवीनीकरण करवा सकते हैं। सरकारी केंद्रों पर फसल खरीद के लिए पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। गैर पंजीकृत किसानों की फसल सरकारी केंद्रों पर नहीं खरीदी जाएगी।
इतना ही नहीं, यदि किसानों को पंजीकरण के समय या फिर फसल खरीदी के समय किसी भी तरह की समस्या का सामना करना पड़ रहा है तो वो सरकार की ओर से पहले से जारी टोल फ्री नंबर 18001800150 पर कॉल करके मदद भी ले सकते हैं। इसके अलावा किसान जिला खाद्य विपणन अधिकारी, क्षेत्रीय विपणन अधिकारी, विपणन निरीक्षक से भी संपर्क कर जरूरी जानकारी ले सकते हैं। जरूरी बात ये है कि किसानों को फसल का भुगतान जिस बैंक खाते में किया जाएगा, उसका आधार से लिंक होना जरूरी है। अगर ऐसा नहीं होगा तो भुगतान में दिक्कत आ सकती है। जिसके चलते सरकार की ओर से सभी किसानों को बार-बार अपना बैंक खाता और आधार कार्ड लिंक कराने के लिए अपील की जा रही है।
गौरतलब है कि मोटे अनाजों की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने हाल ही में इसके न्यूनतम समर्थन मूल्य में भी वृद्धि की है। सरकार की ओर से मक्का का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2225 रुपये प्रति कुंतल, बाजरा का एमएसपी 2625 रुपये प्रति कुंतल, ज्वार (हाइब्रिड) का 3371 व ज्वार (मालवांडी) का 3421 रुपये प्रति कुंतल निर्धारित किया गया है।