कभी साईकिल पर गली-गली घूमकर बेचा करते थे नमकीन, आज खुदके दम पर खड़ी की 1400 करोड़ की कंपनी.. दरअसल, ये कहानी है गुजरात के भादरा गांव में जन्में बिपिनभाई की। जिनके पिता इस गांव में एक छोटी सी दुकान चलाया करते थे। वहीं बिपिन हर दिन स्कूल से लौटने के बाद अपनी साइकिल उठाते और दुकान की नमकीन को गली-गली बेचने के लिए निकल जाया करते। लेकिन बढ़ती उम्र के साथ बिपिनभाई ने अपनी दुकान को भी बड़ा करने का फैसला किया और इसी सोच के साथ 1990 में बिपिनभाई हदवानी ने गांव से निकलकर राजकोट में बिजनेस करने का फैसला किया।
उस दौरान बिपिनभाई के बिजनेस आइडिया को सुनकर उनके पिता जी को लगा कि शायद वो मजाक कर रहे हैं। लेकिन फिर भी उन्होंने बिपिनभाई को राजकोट जाने के लिए करीब 4500 रूपये दिए। हालांकि उनके पिता को तब भी लग रहा था कि बिपिनभाई ये पैसे खराब करके आएंगे। उन्हें अपने बेटे की बात पर यकीन नहीं था। लेकिन उनका ये यकीन तब टूट गया, जब बिपिनभाई हदवानी राजकोट जाकर वहीं बस गए। उन्होंने वहां जाकर अपने एक रिश्तेदार की मदद से एक छोटा सा नमकीन वेंचर शुरू किया और इसे नाम दिया गणेश। इस शुरूआत के बाद अगले 4 सालों तक गणेश नमकीन की सफलता में लगातार बढ़ोत्तरी होती रही।
हालांकि आगे चलकर बिपिनभाई को इस बिजनेस से अलग होना पड़ा। क्योंकि उन्होंने जिस रिश्तेदार के साथ गणेश की शुरूआत की थी, उनसे बिपिनभाई के मतभेद हो गए। बाद में हदवानी ने अपना अलग बिजनेस खड़ा करने का निर्णय लिया और 1994 में गणेश नमकीन से कमाए 2.5 लाख रूपये के साथ उन्होंने राजकोट में पहले एक घर खरीदा और फिर अपनी पत्नी के साथ मिलकर गोपाल स्नैक्स की स्थापना की।
इस बिजनेस के तहत शुरूआत में उन्होंने घर पर ही नमकीन बनाकर बेचना शुरू किया था। लेकिन गोपाल अब लोगों के लिए एक दम नया ब्रांड था। इसलिए ग्राहक ढ़ूंढ़ना बिपिनभाई के लिए मुश्किल था। ऐसे में उन्होंने अपने पिता की राह अपनाई और साइकिल पर राजकोट की सड़कों पर नमकीन बेचने निकल पड़े। उन्होंने इस दौरान छोटे दुकानदारों से लेकर डीलरों तक से संपर्क किया और बाजार की खोजबीन शुरू की। खुदके ब्रांड को लोगों तक पहुंचाने के लिए उन्होंने एक ही बात पर ध्यान दिया और वो थी प्रोडक्ट की क्वालिटी।
उन्होंने अपने स्नैक्स की क्वालिटी को बाकी ब्रांड से बेहतर बनाने की कोशिश की और सिर्फ 4 सालों के अंदर गोपाल नमकीन लोगों की जुबां पर चढ़ गया। आज के वक्त में उनकी कंपनी 1400 करोड़ रूपये की बन चुकी है। वहीं बिपिनभाई की पत्नी दक्षाबेन को 2020 की कोटक वेल्थ वुमन हुरुन लिस्ट ऑफ इंडिया की टॉप 100 वेल्थी महिलाओं में भी जगह मिली।