लोकसभा चुनाव की चहल-पहल इस समय पूरे देश में सुनाई दे रही है। अब तक 5 चरणों के मतदान हो चुके हैं, तो वहीं आने वाली 25 तारीख को 6ठें चरण का मतदान होने वाला है। ऐसे में बीती 20 मई को उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले से एक ऐसा मामला सामने आया, जिसने देश के सभी जिलाधिकारियों के लिए मिसाल पेश की है। दरअसल, ललितपुर जिले की तीन बूथों पर 100 फीसदी मतदान हुआ है। जिसके चलते इसकी चर्चा अब देश के हर कोने में हो रही है।
जरूरी बात ये है कि इस 100 फीसदी मतदान के पीछे यहां के जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी का हाथ है। क्योंकि उन्होंने ना केवल वोट डालने के लिए जिले के लोगों के बीच बैनर-पोस्टर लगाकर प्रचार किया था बल्कि मतदान को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए सभी मतदाताओं को बूथ तक पहुंचवाने में भी मदद की। इतना ही नहीं, ऐसे लोग जो दूसरे शहरों में थे उन्हें भी जिलाधिकारी द्वारा या तो ऑफिस में फोन करके छुट्टी दिलवाई गई या फिर किसी को फ्लाइट से वोट देने के लिए ललितपुर वापस बुलाया गया।
जिसका परिणाम ये रहा है कि झांसी ललितपुर सीट पर सबसे ज्यादा वोटिंग ललितपुर विधानसभा क्षेत्र में ही हुई। बात करें पिछले चुनाव की, तो उसके मुकाबले यहां तीन फीसदी मतदान कम ही हुआ है। बावजूद इसके तीन गांवों ने इतिहास रच दिया। बता दें कि इन तीनों गांवों में मड़ावरा ब्लॉक के सौलदा, बुदनी नाराहट और बिरघा ब्लॉक के बम्हौरी नागल गांव का नाम शामिल है। जहां पर शत-प्रतिशत मतदान हुआ है। इसमें खास बात ये रही कि इन गांवों के एक-एक वोटर को पोलिंग बूथ तक लाने के लिए मतदानकर्मियों ने वोटर्स को बेंगलुरु और दिल्ली से बुलाया था।
दरअसल, बीते काफी समय से जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी द्वारा ललितपुर जिले में निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से शत-प्रतिशत मतदान कराने की कवायद की जा रही थी। इसके लिए वो लगातार ग्रामीणों को मतदान का महत्व समझाने के साथ ही इसके प्रचार प्रसार के लिए विभिन्न तरह के जागरूकता कार्यक्रमों का भी आयोजन कर रहे थे। जहां सौलदा गांव में कुल 357 मतदाता हैं, तो वहीं इनमें से एक मतदाता शेर सिंह को जिलाधिकारी द्वारा बेंगलुरू से केवल मतदान देने के लिए बाय फ्लाइट बुलवाया गया। इस गांव के ऐसे करीब 26 लोग थे जो लोग जिले से बाहर रह रहे थे, लेकिन मतदान करने के लिये ये सभी 20 मई को अपने गांव पहुंचे।
ऐसे में काफी जद्दोजहद करने के बाद और जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी की मदद से इन तीन गांवों ने शत-प्रतिशत वोटिंग का रिकॉर्ड बना लिया है। आपको बता दें कि झांसी-ललितपुर सीट में ललितपुर जिले की दो विधानसभा ललितपुर और महरौनी भी शामिल हैं। हर बार इन दोनों जिलों में लोकसभा क्षेत्र के अन्य विधानसभा क्षेत्रों के मुकाबले सबसे अधिक मतदान होता रहा है।